पाठ में पर शब्द के तीन प्रकार के प्रयोग हुए हैं-
(क) गुलाब की डाली पर एक चिड़या आन बैठी।
(ख) कभी पर हिलाती थी।
(ग) पर बच्ची काँप-काँपकर माँ की छाती से और चिपक गई।
• तीनों ‘पर’ के प्रयोग तीन उद्देश्यों से हुए हैं। इन वाक्यों का आधार लेकर आप भी ‘पर’ का प्रयोग कर ऐसे तीन वाक्य बनाइए जिनमें अलग-अलग उद्देश्यों के लिए ‘पर’ के प्रयोग हुए हों।
विभिन्न उद्देश्यों में पर के प्रयोग-
पर- पिंजरे में बंद चिड़िया उड़ने के लिए अपने पर फड़फड़ा रही है।
पर- पानी का गिलास मेज पर रखा है।
पर- मां की बात ठीक है पर हमें पापा की भी सुन लेनी चाहिए।